
देहरादून। रामनगर में हैलीपोर्ट के बनने का रास्ता साफ हो गया है। शनिवार आईजीएनएफए में केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव की अध्यक्षता मे हुई नेशनल वाइल्डलाइफ बोर्ड की बैठक में इसके लिए 1.8 हेक्टेयर वन भूमि हस्तांतरण के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई।चीफ़ वाइल्ड लाइफ वार्डन रंजन कुमार मिश्रा इसकी पुष्टि की है।
इस हेलीपोर्ट से देहरादून, हल्द्वानी, पंतनगर और पिथौरागढ़ आदि शहरों के लिए हेली सेवाएं मिलेंगी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय रामनगर में ये हेलीपोर्ट बनाने जा रहा है।
रामनगर से करीब चार किमी दूर हल्द्वानी मार्ग पर स्थित ग्राम कंचनपुर छोई में नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने वन विभाग की करीब 1.8 हेक्टेयर वन भूमि हेलीपोर्ट के लिए चिह्नित की है। पूर्व में यह भूमि लीज पर 20 वर्ष के लिए रेशम विभाग को दी गई थी। इस भूमि के हस्तांतरण का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया था।
संरक्षित क्षेत्र से बाहर बाघों के संरक्षण पर फोकस
इससे पूर्व हुई एनटीसीए की बैठक में संरक्षित क्षेत्र के आसपास बाघों के सरक्षण को लेकर चर्चा हुई। बैठक में कहा गया कि नेशनल पार्क और सेंचुरियों के आसपास जहां बाघ पाए जाते हैं वहां उनके संरक्षण पर फोकस किया जाए। साथ ही संरक्षित क्षेत्र में लगातार बढ़ रही बाघों की संख्या के प्रबंधन को लेकर भी चर्चा क गई।साथ ही इन क्षेत्रों में घास के मैदान विकसित करने पर भी चर्चा हुई।